आशियाना सेक्टर एम-1: सभी आवंटियों को अगस्त में मिल जायेगा बिजली कनेक्शन :अजीत झा (जी.एम.)

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आशियाना के विकास के लिये  नगर निगम को दिये गये 6.70 करोड़ रुपये कहां गये ? अजीत झा (जी.एम.)

सीएम टवीटर पर दर्ज है, अंसल ने नगर निगम को दिये 6.70 करोड़, तो क्या सीएम टवीटर पर झूठ बोल रहे हैं ? अजीत झा (जी.एम.)

सवाल: आयोग के निर्देश पर करा दिये गये 70 प्रतिशत इंटरलाकिंग,नाली के काम,समिति के आरोप निराधार है ?

सवाल: बिजली दिलाने के नाम पर आवंटियों को क्यों लूट रहे थे समिति के पदाधिकारी,जवाब दें?

   संजय पुरबिया

लखनऊ। आशियाना में सेक्टर एम-1 कालोनी में अवैध तरीके से रहने वालों को खाली कराने के लिये आयोग के सामने मैंने पिछली बैठक में ही सचिव,एलडीए,इंस्पेक्टर आशियाना को लिखित रूप से खाली कराने की बात कही थी। साथ ही, आयोग के निर्देश पर हमलोगों ने दो माह के अंदर ही कालोनी में सड़क के इंटरलाकिंग,नाली का काम लगभग 70 प्रतिशत पूरा करा दिया है। इसके अलावा माह अगस्त के आखिर तक सभी आवंटियों को बिजली का कनेक्शन भी दे देंगे। अब आप ही तय करें की आयोग में घटिया सोच की वजह से अंसल को घसीटने का कुचक्र रचने वाले समिति के पदाधिकारियों को किस नजरिये से देखना चाहिये। सबसे बड़ी बात यह है कि वर्ष 2019 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ट्वीटर पर साफ तौर पर टवीट किया गया है कि अंसल ने आशियाना कालोनी में सड़क,सीवर,नाली,खडंजा के विकास के लिये नगर निगम को 6.70 करोड़ रुपये व जीएसटी अदा कर चुका है। जब नगर निगम को करोड़ों रुपये दिया जा चुका है तो फिर नगर निगम के तथाकथित अधिकारियों ने सेक्टर एम-1 में सारी सुविधायें क्यों नहीं दी ? समिति में घटिया मानसिकता की सोच रखने वाले पदाधिकारियों को ये सवाल तो नगर निगम के अधिकारियों से पूछनी चाहिये थी ? जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीटर पर ट्वीट किया कि अंसल ने वर्ष 2019 में 6.70 करोड़ दे दिया है तो फिर अंसल पर क्यों आरोप लगाया जा रहा है,इसका जवाब भी आवंटी समिति के पदाधिकारियों से पूछे ? उक्त बातें अंसल हाऊसिंग लिमिटेड के जी.एम. ‘अजीत कुमार झा’ ने ‘द संडे व्यूज़’ के स्टेट हेड ‘संजय पुरबिया’ से कही।


अजीत कुमार झा आयोग में अपनी बात रखने के लिये आज लखनऊ आये थे। उन्होंने बताया कि कालोनी में अवैध तरीके से रहने वालों को खाली कराने का काम पुलिस,एलडीए का है। यहां पर ठेकेदारों द्वारा निर्माण कार्य कराया जा रहा है इसलिये जब तक निर्माण कार्य चल रहा है, उनके मिस्त्री और मजदूर ही रह सकते हैं। कहा कि आयोग के निर्देश पर एक मकान यूनिट नंबर 575 दिखा रहे हैं ताकि ये पता चल सके की निर्माण कार्य किस स्तर का कर रहे हैं। तीन माह पूर्व आयोग के साथ हुयी बैठक में हमलोगों ने कहा था की दो माह में इंटरलाकिंग,नाली का काम करा कर दे देंगे,जिसमें से सभी काम लगभग 70 प्रतिशत पूरा करा दिया गया है। जी.एम. ने कहा कि बिजली का काम भी लगभग 60 प्रतिशत पूरा हो गया है। कालोनी में सभी जगह बिजली के खंभे लग गये हैं और शेष काम ठेकेदार तेज रफ्तार से कर रहे हैं। माह अगस्त के आखिर तक सभी आवंटियों को बिजली का कनेक्शन मिल जायेगा।

सुनने में आया था कि समिति के पदाधिकारियों ने बिजली कनेक्शन लगवाने के नाम पर गरीब आवंटियों से लाखों रुपये वसूल चुके हैं लेकिन अब उनकी दुकान पूरी तरह से बंद करा दी गयी है। इसमें द संडे व्यूज़ ने भी जो सच्चाई दिखायी है,उसके लिये आभार…। जीएम झा ने बताया कि जब अंसल के मकान बन रहे थे, उस दरम्यान हमलोगों ने खडंजा बनवा कर दिया था लेकिन लंबा समय गुजर चुका है इसलिये दुबारा इंटरलाकिंग का काम करा कर दे रहे हैं। अब आप ही बताये,जब वर्ष 2019 में जीएसटी सहित 6.70 करोड़ रुपये अंसल ने नगर निगम के वरिष्ठ  अधिकारियों को आशियाना में विकास के लिये दे दिया था,तो उक्त धनराशि कहां गयी ?

आखिर अधिकारियों ने आशियाना से सेक्टर एम-1 को क्यों निकाला ? नगर निगम के अधिकारियों का तर्क है कि अंसल ने आशियाना में निर्माण कार्य के लिये जो नक्शा दिया था उसमें अंसल आंगन योजना लिखा था। अधिकारी झूठ बोल रहे हैं। उस वक्त दिये नक्शा में अंसल ने सेक्टर एम-1 ही लिखकर दिया था,फिर अंसल आंगन योजना कहां से आ गया ? मुख्यमंत्री ने अपने टवीटर पर भी लिखा है। चलिये मान लेते हैं अंसल झूठ बोल रहा है तो क्या सीएम योगी आदित्यनाथ का टवीटर भी झूठ बोल रहा है ? बात जो भी हो,सरकार की तर्ज पर अंसल चल रहा है,हमलोग भी विकास करना चाहते हैं ताकि आवंटियों को किसी तरह की असुविधा ना हो।

नोट—-द संडे व्यूज़ वेब चैनल पर शीघ्र देखिये अंसल हाऊसिंग लि. के जी.एम. अजीत झा का इंटरव्यू

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