रेलवे के डिप्टी सीएमएम आलोक मिश्रा को सीबीआई ने घूस लेते दबोचा
संजय पुरबिया
लखनऊ। आलमबाग स्थित उत्तर रेलवे में उप भंडार नियंत्रक,आलमबाग के डिप्टी सीएमएम आलोक मिश्रा को सीबीआई ने आज दोपहर रंगे हाथ घूस लेते गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई की पूरी टीम डिप्टी को कमरे में बंद कर घंटों पूछताछ कर रही है। सीबीआई के छापे में रेलवे में भगदड़ मच गयी है। चर्चा है कि किसी फर्म से काम देने के एवज में मिश्रा जी लाखों रुपये का घूस ले रहे थे। द संडे व्यूज़ ने को सूचना मिली की वर्कशॉप में आज सुबह से ही डिप्टी को दबोचने के लिये सीबीआई की टीम लगी हुयी है। सूचना मिलते ही द संडे व्यूज़ भी वर्कशाप पहुंच गयी। सबसे पहले हम आपको बतायेंगे कि रेलवे की काली कमाई से करोड़ों के संपत्ति का मालिक कैसे बना डिप्टी आलोक मिश्रा। साप्ताहिक समाचार पत्र द संडे व्यूज़ में खुलासा करेंगे कि कैसे मिश्रा जी तबादला होने के बाद भी नहीं छोड़ पाते हैं लखनऊ वर्कशाप का प्रेम और यही धनलोलुप्ता का प्रेम अब उन्हें जेल की सलाखों में…
सूचना मिलते ही द संडे व्यूज़ उप भंडार नियंत्रक गेट पर बाकायदा आरपीएफ गेट पर इंट्रीकर डिप्टी के कमरे तक पहुंचा। वहां पर पहले से ही सिविल पुलिस और आरपीएफ की टीम का जमावड़ा लगा था। रिपोर्टर देखकर आरपीएफ के जवान को मिर्ची लगी और उसने रोकने की नाकामयाब कोशिश भी की लेकिन सफलता नहीं मिली।यही आरपीएफ रेलवे सुरक्षा बल के जवान और दारोगा हैं जो रेलवे में करोड़ों रुपये की स्क्रैप,तांबा,पीतल ख्चोरी कराने में ठेकेदारों का पूरा साथ देती है।
भरोसेमंद सूत्रों ने बताया कि आज सुबह से ही सीबीआई की टीम वर्क शाप के बाहर घूम रही थी। जैसे ही डिप्टी सीएमएम आलोक मिश्रा अपने कार्यालय पहुंचे,सीबीआई ने उन्हें धर दबोचा। सीबीआई के आने की खबर से ही रेलवे में हंगामा मच गया। सीबीआई मिश्रा जी को कमरे में बंद कर घंटों पूछताछ कर रही है। बताया जाता है कि डिप्टी ने किसी फर्म को बड़ा काम दिलाने के एवज में लाखों रुपये रिश्वत की मांग की थी और रुपये लेते रंगे हाथ उन्हें दबोच लिया गया है।
श्ेाष खबर साप्ताहिक समाचार पत्र द संडे व्यूज़ में ५ जूप के अंक में पढिय़े…