ब्यूरो
लखनऊ । बुद्ध पूर्णिमा पर नेपाल के लुंबिनी में भगवान बुद्ध की वंदना कर लौटे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुशीनगर के बाद शाम को लखनऊ पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने योगी मंत्रिमंडल के साथ बैठक में लंबी चर्चा की। अपने गुजरात से दिल्ली पहुंचने यानी प्रधानमंत्री बनने तक के अनुभव साझा किए और मंत्रियों से उनके अनुभव व विचार भी जाने।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुमंत्र दिया कि मंत्री खुद तनाव में न रहें। वीआइपी कल्चर छोड़ सभी से मित्रवत व्यवहार रखें। अधिकारियों को परिवार का सदस्य समझे तो काम अच्छा और जल्द होगा। साथ ही कहा कि राजनीतिक रूप से आगे बढ़ना है तो खुद को गढ़ना है।पीएम नरेन्द्र मोदी सोमवार शाम को लगभग छह बजे लखनऊ के चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा पहुंचे। यहां राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने उनकी अगवानी की। यहां से कार द्वारा प्रधानमंत्री करीब 6.30 बजे मुख्यमंत्री के कालिदास मार्ग स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे। यहां योगी सरकार के सभी मंत्री पहले ही आ चुके थे।
कुछ समय आरक्षित रखने के बाद मंत्रियों के साथ बैठक शुरू हो गई। योगी मंत्रिमंडल के साथ हुई इस पहली बैठक में पीएम मोदी ने माहौल को बिल्कुल हल्का रखा। पहले दूर-दूर बैठे मंत्रियों को पास ही बुला लिया। एक-एक कर सभी मंत्रियों से परिचय किया।सूत्रों ने बताया कि पीएम मोदी ने मंत्रियों से उनके विभाग के कामकाज के बारे में भी जानकारी ली। मंत्री तो विभागीय कार्ययोजना के साथ ही बैठक में पहुंचे थे, लेकिन पीएम ने बैठक का स्वरूप विचार-विमर्श जैसा रखा। जो भी मंत्री बोलना चाहता, वह हाथ उठाता तो उसे मौका दिया जाता।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें अनुभव बताया कि जब वह पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो वीआइपी कल्चर को देखा। सलाह दी कि मंत्रियों को वीआइपी कल्चर से दूरी रखनी चाहिए। अधिकारियों के साथ भी मित्रवत व्यवहार रखेंगे तो काम अच्छा और जल्दी होगा। समाज के अंतिम व्यक्ति तक शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाने पर उनका खास जोर था।उन्होंने मंत्रियों से शपथ ग्रहण से लेकर अब तक का लगभग 50 दिन का अनुभव पूछा। उनकी दिनचर्या के बारे में भी जानकारी ली। व्यक्तित्व विकास पर जोर देते हुए कहा कि राजनीतिक रूप से आगे बढ़ना है तो खुद को भी गढ़ते रहना होगा। प्रकृति के संरक्षण के लिए गोवंश संरक्षण पर भी बल दिया। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री लगभग साढ़े चार घंटे तक मुख्यमंत्री आवास पर रहे।
इससे पहले प्रधानमंत्री ने टीम योगी के सभी मंत्रियों के साथ फोटो भी खिंचवाया। पहली कतार में पीएम के दायें-बायें कुर्सियां लगाई गई थीं। उन पर मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों सहित सभी कैबिनेट मंत्री बैठे थे। पीछे की दो कतारों में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्यमंत्री और राज्यमंत्री खड़े हुए थे। इस तरह सीएम सहित सभी 53 मंत्री उपस्थित रहे। बैठक के बाद दिल्ली रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री का सभी के साथ रात्रिभोज भी किया। उनके लिए खास तौर पर गुजराती कढ़ी भी बनवाई गई थी।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी योगी सरकार के शपथ ग्रहण में आए थे। योगी सरकार 2.0 ने 25 मार्च, 2022 को शपथ ली थी। अटल बिहारी बाजपेयी इकाना स्टेडियम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए थे। तब वह समारोह के तुरंत बाद दिल्ली लौट गए थे।