मोदी की मौजूदगी में राजतिलक, करीब 45 मंत्री ले सकते हैं शपथ
बिना रुके, बिना डिगे और बिना थके 25 करोड़ जनता की समर्पित भाव से सेवा करेंगे : सीएम योगी
37 साल बाद एक ही दल दोबारा सत्ता में
उप मुख्यमंत्री पर सस्पेंस बरकरार
ब्यूरो,
लखनऊ। योगी आदित्यनाथ शुक्रवार को लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके साथ ही वे प्रदेश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री बन जाएंगे जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा प्रदेश की सत्ता संभालेंगे। बृहस्पतिवार को भाजपा के विधानमंडल दल ने योगी को सर्वसम्मति से अपना नेता चुन लिया। इसके बाद योगी ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। उन्होंने योगी को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। योगी शुक्रवार शाम चार बजे अटल बिहारी वाजपेयी इकाना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में भव्य समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।
भाजपा विधायक दल के नेता के चुनाव के लिए केंद्रीय पर्यवेक्षक गृहमंत्री अमित शाह, सह पर्यवेक्षक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास, चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान और संगठन प्रभारी राधामोहन सिंह की मौजूदगी में लोकभवन में एनडीए के विधानमंडल दल की बैठक हुई। भाजपा के वरिष्ठ विधायक सुरेश खन्ना ने योगी आदित्यनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा। सूर्य प्रताप शाही, बेबीरानी मौर्य, नंदगोपाल गुप्ता नंदी, राम नरेश अग्निहोत्री और सुशील शाक्य ने प्रस्ताव का समर्थन किया। इसके बाद योगी को सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया। अपना दल (एस) के आशीष पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी समर्थन देने की घोषणा की।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी में राज्यपाल आनंदी बेन पटेल योगी आदित्यनाथ को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाएंगी। उनके साथ करीब 45 मंत्री भी शपथ ले सकते हैं।
योगी के सत्ता संभालते ही यूपी में बीते 37 वर्षों में पहला मौका होगा जब किसी एक दल की सरकार दोबारा सत्ता संभांलेगी। भाजपा विधायक दल की बैठक में उप मुख्यमंत्री को लेकर घोषणा नहीं की गई है। वर्ष 2017 में विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ ने दो उप मुख्यमंत्री नियुक्त करने का प्रस्ताव रखा था। उसके बाद केशव प्रसाद मौर्य और डॉ. दिनेश शर्मा को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था। बृहस्पतिवार को बैठक में उप मुख्यमंत्री की घोषणा को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन पार्टी ने सस्पेंस बरकरार रखा है।विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद योगी आदित्यनाथ विधायकों को संबोधित करते हुए भावुक हो गए। योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा ने पांच वर्ष तक प्रदेश में सरकार के जरिये जनता की सेवा का अवसर दिया। प्रदेश में फिर प्रचंड बहुमत से जीत के बाद विधायक दल का नेता चुना है। यह कहते समय वे भावुक हो गए।
भाजपा विधायक दल के नेता योगी आदित्यनाथ ने वचन दिया है कि वह बिना रुके, बिना डिगे और बिना थके पांच वर्ष तक समर्पित भाव से प्रदेश की जनता की सेवा करेंगे। उनकी सरकार ईमानदारी और प्रतिबद्धता के साथ काम करते हुए आगामी पांच वर्ष में यूपी को देश की नंबर एक अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाएगी। भाजपा विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद लोकभवन में विधायकों को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विपक्षी दलों ने चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया। लेकिन जनता ने वंशवाद, जातिवाद की संकीर्ण राजनीति को छोड़कर सुशासन और राष्ट्रवाद को अपना समर्थन देकर दुष्प्रचार को नकार दिया।योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार के पहले कार्यकाल में कुशासन से सुशासन स्थापित करने के लिए प्रतिस्पर्धा थी। लेकिन अब सुशासन को और भी सुदृढ़ करने के लिए क्या करना चाहिए इसकी प्रतिस्पर्धा है। योगी ने कहा कि अब स्वयं से प्रतिस्पर्धा का दौर शुरू होगा। उसके लिए सभी को तैयार रहना होगा।योगी ने कहा कि यह एक बड़ी जिम्मदारी है, सत्ता प्राप्त करने एक प्रतिष्ठा का विषय नहीं हम सभी को परीक्षा के दौर से आगे बढ़ने के लिए भी सतर्क रहने के लिए प्रेरित करता है। यह परीक्षा के जनता जनार्दन की अदालत में खड़े होकर सफल होकर आए हैं