रेलवे में पॉवरफुल नेता की बहू से दो अधिकारियों ने की छेडख़ानी,कार्रवाई की बजाये नेता,अफसर,पुलिस मुजरिमों को दे रहें संरक्षण
संजय पुरबिया
लखनऊ।
उत्तर रेलवे में काम करने वाली महिलायें असुरक्षित हैं। इन महिलाओं को किसी गुंडे,मवाली से डर नहीं बल्कि अपने कार्यालय में काम करने वाले तथाकथित उन अफसरों से है जो मानसिक रूप से विकृत हो चुके हैं। उन्हें साथ में काम करने वाली महिलायें काम की वस्तु के रुप में दिखती हैं। यही वजह है कि रेलवे में ऐसी बहुत सी महिलायें हैं जिन पर काम का दबाव,तबादले का भय बनाकर उनका मानसिक और शारीरिक शोषण अफसर कर रहे हैं। सबसे शर्मनाक बात तो यह है कि रेलवे के कारखानों में ऐसे घटिया मानसिकता के अफसर हैं जो अपने वरिष्ठï नेता की बहू पर भी गंदी निगाहें रखते हैं। ऐसा ही एक मामला लखनऊ के चारबाग स्टेशन के पीछे बने लोको वर्कशॉप में देखने को मिला। लोको वर्कशॉप के अधिकारी अपने कार्यालय में काम करने वाली महिला कर्मियों के साथ वो कर गुजरते हैं,जिसे सीधे शब्दों में बयां करना संभव नहीं है। महिला कर्मचारियों पर काम का दबाव,तबादले का भय बनाकर उनके साथ अभद्रता करना तो इस वर्कशॉप में आम बात हो गयी है। हद तो तब होती है जब रेलवे के एक पॉवरफुल लीडर की विधवा बहू के साथ भी इंजीनियर और चीफ ओएस ने छेडख़ानी की। दोनों की मंशा क्या थी,ये बताने की जरूरत नहीं समझता…।
कितनी शर्मनाक बात है कि वो पॉवर फुल लीडर भले ही आज इस दुनिया में नहीं हैं,लेकिन जब थे तो उनकी तूती बोलती थी,आज उन्हीं की बहू पर बुरी नजर रखने वाले दोनों अधिकारियों को वर्कशॉप का सी.डब्लू.एम बचा रहे है ? जब एफआईआर हो गया तो सी.डब्लू.एम ने कार्रवाई की या नहीं ? पॉवर फुल लीडर की बहू ने हिम्मत दिखाते हुये थाने दोनों के खिलाफ नामजद एफआईआर भी कराया, लेकिन दोनेां के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की,क्यों ? क्या चौकी इंचार्ज बिक गया है? यदि चौकी इंचार्ज बिक गया तो एसपी का क्या रुख है ? आखिरी सवाल रेलवे की यूनियन से जुड़े पदाधिकारियों से है,साहेबान आपलोगों ने महिलाकर्मी को इंसाफ क्यों नहीं दिलाया ? द संडे व्यूज़ सिलसिलेवार खुलासा करेगा कि अधिकारियों की घटिया हरकतों से मानसिक,शारीरिक प्रताडऩा लंबे समय से झेल रही वो महिला किस पॉवर फुल लीडर की बहू है और उसके साथ घिनौना कृत्य करने वाले दोनों अपराधी कौन हैं…।
wait and watch…
thesundayviews.com , indiaexpressnews.com