
मुजफ्फरनगर। दिल्ली हिंसा के बाद गाजीपुर बार्डर पर धरना दे रहे भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने व धरनास्थल से न हटने की घोषणा के साथ ही भावुक होने के बाद भाकियू का रुख बदल गया है। गुरुवार को दिन में धरना खत्म कराने की बात कहने वाले भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने आज मुजफ्फरनगर के जीआइसी मैदान में महापंचायत बुलाई। कई शहरों से पहुंचे किसानों का जीआइसी मैदान में जन शैलाब उमड़ पड़ा। इतनी भी़ड जुटी की मैदान भी छोटा पड़ गया।
महापंचायत में पहुंचकर किसानों ने बचाई इज्जत
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. राकेश टिकैत की आंखों से छलके आंसुओं को देख किसानों ने शुक्रवार सुबह से ही राजकीय इंटर कालेज मैदान में डेरा डाल दिया। राजकीय इंटर कालेज के मैदान में चौ. नरेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में जो कुछ हुआ उससे किसानों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है। मन बहुत दुखी है, लेकिन एक संदेश पर चंद घंटों में किसानों ने यहां पहुंचकर फिर से इज्जत बचा दी। गाजीपुर बार्डर से किसान धरना उठा रहे थे, लेकिन भाजपा के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने वहां पहुंचकर किसानों को धमकाया। इससे भाजपा विधायक ने एक प्रकार से किसान आंदोलन को संजीवनी दी है। उन्होंने कहा कि किसान बेरीकेडिंग तोड़ सकता है, झगड़ा कर सकता है, यहां तक कि कत्ल कर सकता है, लेकिन तिरंगे का अपमान कभी नहीं कर सकता। अब यह लड़ाई अधर में नहीं छोड़ी जाएगी।