नई दिल्ली ,24 दिसंबर कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों को दिल्ली की सड़कों पर डटे एक महीना होने वाला है।
सरकार की ओर से ताजा संशोधनों का प्रस्ताव भी किसानों ने ठुकरा दिया है। किसानों का कहना है कि सरकार बिना किसी शर्त के साथ बातचीत की टेबल पर आए।
किसानों की ओर से अब भी तीनों कानून वापसी की मांग की जा रही है। दूसरी ओर आज किसानों के मसले पर ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में विपक्ष मार्च निकालने वाले थे
जिसकी इजाजत उन्हें नहीं मिली है। दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस कार्यलय के आस-पास धारा 144 लगा दी है।
राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस का एक प्रतिनिधिंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात कर दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षरों वाला ज्ञापन सौंपने वाला था।
दरअसल किसान संघ ने केंद्र की तरफ से भेजे गए बातचीत के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। अब यह खींचतान कितनी लंबी चलेगी यह किसी को समझ नहीं आ रहा है।
दिल्ली के बॉर्डरों पर किसानों का धरना जारी है। गाजीपुर बॉर्डर पर भी कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है।
एक प्रदर्शनकारी ने बताया कि जब तक कानून वापस नहीं लिया जाता तब तक हम हटेंगे नहीं, इसके लिए चाहे 10 साल लग जाएं।
6 बार की बातचीत हो चुकी है. सरकार चाहती तो हल निकाल सकती थी।