आतंकी कमरुज्जमा और ओसामा बिन जावेद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल

लखनऊ– कानपुर से पकड़े गए हिजबुल के कथित आतंकी कमरुज्जमा और उसके साथी ओसामा बिन जावेद के खिलाफ एनआईए ने आरोप पत्र दाखिल किया है। इन दोनों पर आतंकी हमलों की साजिश का आरोप है।

कानपुर को दहलाने की साजिश रचने वाले हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी कमरुज्जमा उर्फ डॉक्टर हुरैरा और असम के होजाई निवासी सईदुल हुसैन उर्फ इब्राहिम जमां के खिलाफ नेशनल इंवेस्टीगेशन एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को राजधानी स्थित एनआईए की स्पेशल कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी। चार्जशीट में इस मॉड्यूल के तीसरे सदस्य कश्मीर के किश्तवाड़ निवासी ओसामा बिन जावेद को फरार बताया गया है। ध्यान रहे कि कमरुज्जमा व अन्य के खिलाफ यूपी एटीएस ने विगत 12 सितंबर 2018 को केस दर्ज किया था। उस पर आरोप था कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर यूपी में आतंकी हमले करने की साजिश रच रहा है। इस मामले के तार कश्मीर और असम से जुडऩे के बाद एनआईए ने दस दिन बाद इस केस को टेकओवर कर लिया था। एनआईए अभी इस मामले की जांच कर रही है।

जांच में यह भी सामने आया था कि कमरुज्जमा कानपुर के कलेक्टरगंज स्थित सिद्धि विनायक मंदिर को निशाना बनाने की फिराक में था। उसके मोबाइल में मंदिर की करीब साढ़े पांच मिनट की वीडियो क्लिप भी मिली थी। वह गणेश उत्सव के दौरान धमाका करने की तैयारी में था। इस दौरान वह चकेरी स्थित शिवनगर में किराए का मकान लेकर पनाह लिए था। उसने खुद को मोबाइल टॉवर इंजीनियर बताया था। एटीएस की पूछताछ में कमरुज्जमा ने बताया था कि वह वर्ष 2008 से 2012 तक फिलीपींस के निकट स्थित आइलैंड रिपब्लिक ऑफ पलाऊ में स्टोर हेल्पर का काम करता था।

इसके बाद वह कश्मीर चला गया थाए जहां 2016 में ओसामा के संपर्क में आया। जल्द ही उसके पास कश्मीर से एके-47 राइफल भी आने वाली थी। इस दौरान वह लखनऊ भी आया था। वहीं एटीएस की सूचना पर असम पुलिस ने होजई जिले से सईदुल आलम और शाहनवाज को भी गिरफ्तार किया था। शाहनवाज ने कमरुज्जमा को स्मार्ट फोन मुहैया कराया था।

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